आइसलैंड की राजधानी
आइसलैंड की राजधानी और सबसे बड़ा शहर रेक्जाविक है। देश की लगभग 3.9 लाख आबादी में से करीब 36% लोग अकेले रेक्जाविक में रहते हैं। आइसलैंड की आधिकारिक भाषा आइसलैंडिक है, जो आज भी अपनी प्राचीन नॉर्डिक जड़ों को संजोए हुए है।
यह देश के दक्षिण-पश्चिम भाग में फैक्साफ्लोई खाड़ी के किनारे स्थित है। इसका अक्षांश 64° उत्तर है, इसलिए इसे दुनिया की सबसे उत्तरी राजधानी माना जाता है।
2025 तक रेक्जाविक की आबादी लगभग 1.39 लाख है। इसके आसपास के कैपिटल क्षेत्र को मिलाकर आबादी करीब 2.49 लाख हो जाती है, जो आइसलैंड की कुल जनसंख्या का लगभग 64% है।
शहर की स्थापना 1786 में एक व्यापारिक शहर के रूप में हुई थी। धीरे-धीरे यह आइसलैंड का सांस्कृतिक, आर्थिक और सरकारी केंद्र बन गया।
आइसलैंड का भूगोल
आइसलैंड आर्कटिक महासागर और उत्तरी अटलांटिक महासागर के बीच स्थित है। इसका मुख्य द्वीप आर्कटिक सर्कल के दक्षिण में है, लेकिन एक छोटा द्वीप ग्रिमसे आर्कटिक सर्कल पर पड़ता है। आइसलैंड 63° से 68° उत्तरी अक्षांश और 25° से 13° पश्चिमी देशांतर के बीच स्थित है।
आइसलैंड भले ही उत्तरी अमेरिका के पास लगता हो, लेकिन यह यूरोप के अधिक करीब है। यह ग्रीनलैंड के सबसे पास है, फिर भी भूगोल, इतिहास, संस्कृति और भाषा के कारण इसे यूरोप का हिस्सा माना जाता है। भूवैज्ञानिक रूप से, आइसलैंड उत्तरी अमेरिकी और यूरेशियन प्लेटों के बीच स्थित है, जहाँ ज्वालामुखी गतिविधि से द्वीप बना है।
आइसलैंड दुनिया का 18वाँ सबसे बड़ा द्वीप है और यूरोप में दूसरा सबसे बड़ा द्वीप है। इसका कुल क्षेत्रफल लगभग 1,03,000 वर्ग किलोमीटर है। यहाँ का बड़ा हिस्सा टुंड्रा और ग्लेशियरों से ढका है। झीलें और हिमनद देश के लगभग 14% क्षेत्र में फैले हैं, जबकि केवल लगभग 23% भूमि पर ही हरियाली है।
यहाँ कई छोटे द्वीप भी हैं, जैसे ग्रिमसे और वेस्टमानाएजर। देश की सबसे बड़ी झीलें थोरिस झील और थिंगवल्लार्ना झील हैं, और सबसे गहरी झील जोकुल्सारलोन लैगून है।
आइसलैंड की तटरेखा लगभग 4,970 किलोमीटर लंबी है और इसमें कई फियोर्ड पाए जाते हैं। तटीय क्षेत्रों में अधिकतर लोग रहते हैं क्योंकि आइसलैंड का भीतरी भाग ठंडा और लगभग निर्जन है। आंतरिक भाग को हाइलैंड्स कहा जाता है, जो रेत, पहाड़ और लावा क्षेत्रों का संयोजन है। यहाँ की भूमि सर्दियों में बहुत ठंडी और गर्मियों में भी हल्की ठंडी रहती है।
आइसलैंड में तीन प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान हैं: वाटनाजोकुल, स्नैफेल्सजोकुल, और थिंगवेलिर। ये उद्यान न केवल पर्यटकों के लिए आकर्षण हैं, बल्कि यहाँ की जैव विविधता और प्राकृतिक सुंदरता को भी सुरक्षित रखते हैं। आइसलैंड का पर्यावरण संरक्षण में योगदान बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। देश की जलवायु ठंडी है, लेकिन गर्मी में तापमान लगभग 10°C से 15°C तक पहुँचता है। सर्दियों में तापमान अक्सर 0°C से नीचे चला जाता है।
आइसलैंड में ज्वालामुखी, ग्लेशियर, गर्म पानी के झरने और गीजर पाए जाते हैं। यही कारण है कि इसे प्राकृतिक चमत्कारों की भूमि कहा जाता है। देश में ऊर्जा के लिए जल और भूतापीय स्रोतों का उपयोग किया जाता है, जिससे यहाँ का बिजली उत्पादन पूरी तरह से स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल है।
संस्कृति और भाषा के मामले में आइसलैंड बहुत समृद्ध है। यहाँ की भाषा आइसलैंडिक है और देश की सांस्कृतिक धरोहर में साहित्य, संगीत और लोककथाएँ शामिल हैं। आइसलैंड के लोग अपने पर्यावरण और प्रकृति के प्रति जागरूक हैं। यहाँ की जीवन शैली प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और स्थिरता पर आधारित है।
आइसलैंड की जनसंख्या
आइसलैंड एक छोटा लेकिन सांस्कृतिक रूप से समृद्ध देश है, जो उत्तरी अटलांटिक और आर्कटिक महासागर के बीच स्थित है। इसकी कुल जनसंख्या लगभग 3.5 लाख के आसपास है, जो इसे यूरोप के सबसे कम जनसंख्या वाले देशों में से एक बनाती है। जनसंख्या का अधिकांश हिस्सा राजधानी रेक्जाविक और उसके आसपास के क्षेत्रों में केंद्रित है, जबकि बाकी देश थोड़ा - बहुत बसा हुआ हैं।
धर्म - आइसलैंड की आधिकारिक धर्म व्यवस्था ईसाई धर्म के लूथरन संप्रदाय के अधीन है। लगभग 65% लोग इस चर्च से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा कुछ लोग अन्य ईसाई संप्रदायों, जैसे कि कैथोलिक और पेंटेकोस्टल चर्च, या गैर-धार्मिक धार्मिक विश्वासों के अनुयायी हैं। आधुनिक आइसलैंड में धर्मनिरपेक्षता बढ़ती जा रही है।
भाषा - आइसलैंड की मुख्य और आधिकारिक भाषा आइसलैंडिक है। यह भाषा नॉर्सिक भाषाओं के परिवार से आती है और इसमें पुरानी नॉर्स भाषा के बहुत से शब्द और व्याकरण संरचनाएँ पायी जाती हैं। अंग्रेज़ी और डेनिश भी व्यापक रूप से पढ़ी और बोली जाती हैं, खासकर शिक्षा और पर्यटन क्षेत्र में। आइसलैंडिक भाषा को संरक्षित करने के लिए शिक्षा और मीडिया में इसका सक्रिय प्रयोग किया जाता है।
संस्कृति - आइसलैंड की संस्कृति अपनी परंपराओं और आधुनिक जीवनशैली का अनूठा मिश्रण है। यहां की साहित्यिक परंपरा बहुत पुरानी है, जिसमें सागा और लोककथाएँ प्रमुख हैं। ये सागाएँ और कथाएँ नॉर्सिक इतिहास, वीरता और समुद्री जीवन से जुड़ी कहानियाँ प्रस्तुत करती हैं। संगीत, नृत्य और कला भी यहाँ की संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं। आधुनिक आइसलैंडिक संगीत, जैसे कि इलेक्ट्रॉनिक और इंडी फॉल्क, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध हैं।
त्योहार और पारंपरिक उत्सव भी आइसलैंडिक संस्कृति का हिस्सा हैं। थोर्राब्लोट जैसे पारंपरिक त्योहारों में स्थानीय भोजन, संगीत और नृत्य शामिल होते हैं। इसके अलावा, क्रिसमस और ईस्टर जैसे वैश्विक त्योहार भी बड़े उत्साह के साथ मनाए जाते हैं।
Social Plugin