पापुआ न्यू गिनी दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा द्वीप है। देश का क्षेत्रफल लगभग 4,62,840 वर्ग किलोमीटर है। यह द्वीप दक्षिण-पश्चिमी प्रशांत महासागर में स्थित है। न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया के बीच लगभग 150 किलोमीटर चौड़ी टोरेस जलडमरूमध्य है। पहले, जब समुद्र का स्तर कम था, तब न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया एक ही भूमि का हिस्सा थे।
इस द्वीप का नाम स्पेनिश खोजकर्ता यनिगो ऑर्टिज़ डी रेटेज़ ने 1545 में रखा था। उन्होंने यहाँ के लोगों को अफ्रीका के गिनी क्षेत्र के लोगों जैसा समझा, इसलिए इसका नाम न्यू गिनी पड़ा।
पापुआ न्यू गिनी की राजधानी
पोर्ट मोरेस्बी पापुआ न्यू गिनी की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। यह देश के दक्षिणी तट पर, कोरल सागर के किनारे स्थित है। यह शहर पापुआ न्यू गिनी का राजनीतिक, प्रशासनिक, आर्थिक और सांस्कृतिक केंद्र माना जाता है। पोर्ट मोरेस्बी की स्थापना 1873 में ब्रिटिश खोजकर्ता कैप्टन जॉन मोरेस्बी ने की थी, और उन्हीं के नाम पर इस शहर का नाम रखा गया।
पोर्ट मोरेस्बी की भौगोलिक स्थिति इसे एक महत्वपूर्ण तटीय शहर बनाती है। यह शहर पहाड़ियों, खाड़ियों और समुद्र से घिरा हुआ है, जिससे इसका प्राकृतिक दृश्य बहुत आकर्षक है। यहाँ की जलवायु उष्णकटिबंधीय है, यानी साल भर मौसम गर्म रहता है। गर्मियों में तापमान अधिक होता है और मानसून के समय अच्छी वर्षा होती है।
शहर देश का प्रशासनिक केंद्र है। यहाँ संसद, राष्ट्रपति भवन, प्रमुख सरकारी कार्यालय और विदेशी दूतावास स्थित हैं। इसके अलावा, यह शहर व्यापार और उद्योग का भी प्रमुख केंद्र है। यहाँ बंदरगाह, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और बड़े बाजार मौजूद हैं, जो देश की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाते हैं।
पापुआ न्यू गिनी का भूगोल
पापुआ न्यू गिनी लगभग 4,62,840 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ देश है। इसमें एक बड़ा मुख्य भूभाग और कई छोटे-बड़े द्वीप शामिल हैं। यह देश भूमध्य रेखा के ठीक दक्षिण में स्थित है।
इसकी सीमा इंडोनेशिया से मिलती है, जबकि समुद्री सीमा ऑस्ट्रेलिया, सोलोमन द्वीप समूह और माइक्रोनेशिया से लगती है। न्यू गिनी द्वीप मलय द्वीपसमूह के पूर्व में स्थित है।
पापुआ न्यू गिनी, ऑस्ट्रेलिया के केप यॉर्क प्रायद्वीप से लगभग 152 किलोमीटर चौड़ी टोरेस जलडमरूमध्य द्वारा अलग होता है। इस जलडमरूमध्य के पश्चिम में उथला अराफुरा सागर और पूर्व में गहरा कोरल सागर है।
देश के दक्षिणी तट के अधिकांश भाग पर पापुआ की खाड़ी फैली हुई है, जबकि मुख्य भूमि के पूर्व में सोलोमन सागर स्थित है।
न्यू गिनी दो भागों में बँटा हुआ है।
पूर्वी भाग - यह पापुआ न्यू गिनी देश की मुख्य भूमि है।
पश्चिमी भाग - यह इंडोनेशिया का हिस्सा है, जिसमें पापुआ, मध्य पापुआ, हाईलैंड पापुआ, दक्षिण पापुआ, पश्चिम पापुआ और दक्षिण-पश्चिम पापुआ प्रांत शामिल हैं।
इस द्वीप के प्रमुख शहर पोर्ट मोरेस्बी और जयापुरा हैं।
न्यू गिनी, ऑस्ट्रेलिया के उत्तर में और भूमध्य रेखा के पास स्थित है। इसके पश्चिम में अराफुरा सागर और पूर्व में कोरल सागर व टोरेस जलडमरूमध्य हैं। इसे कभी-कभी इंडोनेशिया का सबसे पूर्वी द्वीप भी माना जाता है।
इस द्वीप के बीचों-बीच लंबी पर्वत श्रृंखलाएँ फैली हुई हैं, जिन्हें न्यू गिनी हाइलैंड्स कहा जाता है। यहाँ कई पहाड़ 4,000 मीटर से भी ऊँचे हैं। सबसे ऊँचा पर्वत पुंचक जया है, जिसकी ऊँचाई 4,884 मीटर है। कुछ ऊँचे पहाड़ों पर आज भी हिमनद पाए जाते हैं।
पहाड़ी क्षेत्रों को छोड़कर, न्यू गिनी में साल भर गर्म और आर्द्र जलवायु रहती है। यहाँ उत्तर और दक्षिण में बड़े-बड़े मैदान हैं, जहाँ घने वर्षावन, दलदल, घास के मैदान और विशाल मैंग्रोव वन पाए जाते हैं। दक्षिणी भाग में स्थित लोरेंत्ज़ राष्ट्रीय उद्यान एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है।
पापुआ न्यू गिनी की जनसंख्या
पापुआ न्यू गिनी दुनिया के सबसे अधिक विविधता वाले देशों में से एक है। यहाँ दुनिया की लगभग एक-चौथाई भाषाएँ बोली जाती हैं। 2025 के अनुशार पापुआ न्यू गिनी की जनसंख्या लगभग 1 करोड़ से 1.17 करोड़ के बीच है।
यहाँ शहरीकरण बहुत कम है। 2023 तक केवल 14% लोग शहरों में रहते हैं। पापुआ न्यू गिनी दुनिया के सबसे ग्रामीण देशों में से एक है। राजधानी पोर्ट मोरेस्बी सबसे बड़ा शहर है। अन्य प्रमुख शहरों में लाए, माउंट हेगन, मडांग और वेवाक शामिल हैं।
ज़्यादातर लोग पारंपरिक ग्रामीण समुदायों में रहते हैं। सबसे अधिक आबादी हाइलैंड्स क्षेत्र में है, जहाँ लगभग 43% लोग रहते हैं। उत्तरी क्षेत्र में 25%, दक्षिणी क्षेत्र में 18% और द्वीप क्षेत्रों में 14% आबादी रहती है।
भाषा
पापुआ न्यू गिनी में लगभग 840 भाषाएँ बोली जाती हैं, जिनमें अंग्रेज़ी भी शामिल है। इसी वजह से यह देश दुनिया का सबसे ज़्यादा भाषाई विविधता वाला देश माना जाता है। यहाँ 820 से अधिक स्थानीय भाषाएँ हैं, जो दुनिया की कुल भाषाओं का लगभग 12% हैं।
इनमें से ज़्यादातर भाषाएँ बहुत कम लोगों द्वारा बोली जाती हैं। कई भाषाओं को तो 1,000 से भी कम लोग बोलते हैं, और औसतन एक भाषा को लगभग 7,000 लोग ही बोलते हैं। भाषाओं की घनत्व के मामले में पापुआ न्यू गिनी दुनिया में दूसरे स्थान पर है, पहले स्थान पर वानुअतु है।
सबसे ज़्यादा बोली जाने वाली स्थानीय भाषा एंगा है, जिसे लगभग 2 लाख लोग बोलते हैं। इसके बाद मेलपा और हुली भाषाएँ आती हैं। हालाँकि, एंगा भाषा भी कई अलग-अलग बोलियों में बंटी हुई है।
स्थानीय भाषाओं को मुख्य रूप से दो बड़े समूहों में बाँटा गया है -
- ऑस्ट्रोनेशियन भाषाएँ
- पापुआन भाषाएँ
देश में कोई आधिकारिक भाषा घोषित करने वाला कोई अलग कानून नहीं है। संविधान में भाषा का केवल संक्षिप्त उल्लेख मिलता है। इसमें कहा गया है कि लोगों को पिसिन, हिरी मोटू या इंग्लिश में साक्षरता होनी चाहिए और स्थानीय भाषाओं का सम्मान किया जाना चाहिए।
धर्म
2011 की जनगणना के अनुसार, पापुआ न्यू गिनी में 95.6% ईसाई धर्म को मानते हैं। लगभग 1.4% लोगों ने अन्य धर्मों का पालन करते है, जबकि 3.1% लोगों ने कोई जवाब नहीं दिया। बहुत कम लोगों ने खुद को गैर-धार्मिक बताया।
यहाँ धार्मिक मेलजोल आम है। कई लोग ईसाई धर्म मानते हुए भी पारंपरिक स्थानीय धार्मिक प्रथाओं को अपनाते हैं। देश में ईसाई धर्म के कई संप्रदाय मौजूद हैं।
अर्थव्यवस्था
पापुआ न्यू गिनी को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने एक विकासशील अर्थव्यवस्था के रूप में वर्गीकृत किया है। देश की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भर है। पूंजी निवेश का बड़ा हिस्सा खनन और तेल उद्योग में जाता है, जबकि अधिकांश लोग कृषि क्षेत्र में काम करते हैं।
2018 तक, प्राकृतिक संसाधनों से होने वाली आय देश के कुल GDP का लगभग 28% थी। इसमें खनिज, तेल और प्राकृतिक गैस का बड़ा योगदान है। संसाधनों पर अधिक निर्भरता के कारण आर्थिक विकास को सही तरीके से मापना कठिन हो जाता है, क्योंकि GDP के आँकड़े अक्सर विकृत हो जाते हैं।
2019 में, पापुआ न्यू गिनी की वास्तविक GDP विकास दर 3.8% रही, जबकि मुद्रास्फीति दर 4.3% थी। देश की मुद्रा कीना है, जिसे पापुआ न्यू गिनी का केंद्रीय बैंक नियंत्रित करता है। विनिमय दर को संभालने के लिए बैंक ने अपने तरीकों में बदलाव भी किए हैं।
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