बैकाल झील कहां पर स्थित है - baikal jheel

बैकाल झील दुनिया की सबसे गहरी, सबसे पुरानी और सबसे स्वच्छ मीठे पानी की झील है। यह झील रूस के दक्षिणी साइबेरिया क्षेत्र में स्थित है और इरकुत्स्क ओब्लास्ट तथा बुरातिया गणराज्य के बीच फैली हुई है। अपनी अद्भुत गहराई, विशाल जल भंडार और अनोखी जैव विविधता के कारण बैकाल झील को प्राकृतिक आश्चर्य कहा जाता है।

बैकाल झील का आकार और जल भंडार

बैकाल झील का कुल क्षेत्रफल लगभग 31,722 वर्ग किलोमीटर है, जो यूरोप के देश बेल्जियम से भी थोड़ा बड़ा है। सतही क्षेत्रफल के आधार पर यह दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी झील है। लेकिन जो बात इसे सबसे अलग बनाती है, वह है इसकी गहराई।

इस झील की अधिकतम गहराई 1,642 मीटर है, जिससे यह दुनिया की सबसे गहरी झील बन जाती है। इतनी अधिक गहराई के कारण बैकाल झील में दुनिया के कुल सतही मीठे पानी का लगभग 22 से 23 प्रतिशत संग्रहित है। यह मात्रा उत्तरी अमेरिका की सभी महान झीलों में मौजूद पानी से भी अधिक है।

दुनिया की सबसे पुरानी झील

बैकाल झील को दुनिया की सबसे पुरानी झील भी माना जाता है। वैज्ञानिकों के अनुसार, इसकी आयु लगभग 2.5 से 3 करोड़ वर्ष है। जबकि दुनिया की अधिकांश झीलें कुछ हजार या लाख वर्षों में बनती और समाप्त हो जाती हैं, बैकाल झील लाखों वर्षों से बनी हुई है और आज भी सक्रिय भू-वैज्ञानिक प्रक्रिया का हिस्सा है।

इस लंबे समय ने झील को एक अनोखा पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने का अवसर दिया, जहाँ कई ऐसी प्रजातियाँ पाई जाती हैं जो दुनिया में कहीं और नहीं मिलतीं।

भूगोल और जलविज्ञान

बैकाल झील एक रिफ्ट घाटी में स्थित है, जिसे बैकाल रिफ्ट ज़ोन कहा जाता है। यह वह क्षेत्र है जहाँ पृथ्वी की पपड़ी धीरे-धीरे दो हिस्सों में टूट रही है। इसी कारण झील की गहराई लगातार बढ़ती जा रही है।

झील की लंबाई लगभग 636 किलोमीटर और अधिकतम चौड़ाई 79 किलोमीटर है। इसकी सतह समुद्र तल से लगभग 455.5 मीटर ऊपर स्थित है, जबकि झील का तल समुद्र तल से 1,186.5 मीटर नीचे चला जाता है।

झील के तल में लगभग 7 किलोमीटर मोटी तलछट की परत मौजूद है। यदि इन सभी परतों को जोड़ दिया जाए, तो बैकाल रिफ्ट की कुल गहराई लगभग 11 किलोमीटर तक पहुँच जाती है, जो इसे पृथ्वी की सबसे गहरी महाद्वीपीय रिफ्ट बनाती है।

बैकाल झील को दुनिया की सबसे साफ़ झीलों में से एक माना जाता है। सर्दियों में जब झील जम जाती है, तब इसका पानी इतनी साफ़ होता है कि बर्फ के नीचे 30 से 40 मीटर तक देखा जा सकता है।

इस जल की स्वच्छता का मुख्य कारण यहाँ पाए जाने वाले सूक्ष्म जीव हैं, विशेष रूप से एपिशूरा बैकालेंसिस, जो पानी को प्राकृतिक रूप से फ़िल्टर करता है। यही कारण है कि झील का पानी पीने योग्य भी माना जाता है।

जैव विविधता और अनोखी प्रजातियाँ

बैकाल झील जैव विविधता के मामले में भी अत्यंत समृद्ध है। यहाँ पाई जाने वाली लगभग 60 प्रतिशत प्रजातियाँ स्थानिक हैं, यानी वे दुनिया में कहीं और नहीं मिलतीं।

सबसे प्रसिद्ध जीव है बैकाल सील, जो दुनिया की एकमात्र मीठे पानी की सील है। इसके अलावा, ओमुल मछली, गोलोम्यांका मछली और कई प्रकार के शैवाल और क्रस्टेशियन यहाँ पाए जाते हैं।

बैकाल झील के आसपास रहने वाले प्रमुख समुदायों में बुरातिया लोग शामिल हैं। ये लोग पारंपरिक रूप से पशुपालन पर निर्भर रहते हैं और बकरियाँ, भेड़, घोड़े, मवेशी और ऊँट पालते हैं।

यह क्षेत्र शमनवाद और बौद्ध परंपराओं से भी जुड़ा हुआ है। स्थानीय लोग बैकाल झील को पवित्र मानते हैं और इसे जीवित समुद्र कहकर सम्मान देते हैं।

जलवायु और मौसम

बैकाल झील के आसपास का मौसम काफी कठोर होता है। सर्दियों में तापमान -19°C तक गिर सकता है, जबकि गर्मियों में औसत तापमान लगभग 14°C रहता है। सर्दियों में झील की सतह पूरी तरह जम जाती है और कई महीनों तक बर्फ से ढकी रहती है।

झील के आसपास के क्षेत्र को बैकालिया कहा जाता है, जबकि इसके पूर्व में स्थित इलाके को ट्रांसबाइकलिया के नाम से जाना जाता है। ये क्षेत्र प्राकृतिक सुंदरता, पहाड़ों, जंगलों और नदियों से भरपूर हैं।

यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल

बैकाल झील के अद्वितीय प्राकृतिक महत्व को देखते हुए, 1996 में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल घोषित किया। यह दर्जा झील की जैव विविधता, भू-वैज्ञानिक महत्व और पारिस्थितिक संतुलन को संरक्षित करने के लिए दिया गया।

पर्यावरणीय चुनौतियाँ

हालाँकि बैकाल झील अभी भी दुनिया की सबसे स्वच्छ झीलों में से एक है, लेकिन इसे कई पर्यावरणीय खतरों का सामना करना पड़ रहा है। औद्योगिक प्रदूषण, प्लास्टिक कचरा, जलवायु परिवर्तन और अनियंत्रित पर्यटन इसके पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुँचा रहे हैं।

वैज्ञानिक और पर्यावरणविद लगातार इसके संरक्षण पर ज़ोर दे रहे हैं, ताकि यह प्राकृतिक धरोहर आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रह सके।

बैकाल झील केवल एक झील नहीं, बल्कि पृथ्वी के इतिहास, प्रकृति और जीवन का जीवित उदाहरण है। इसकी गहराई, उम्र, स्वच्छ जल और अनोखी जैव विविधता इसे दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण प्राकृतिक स्थलों में शामिल करती है। बैकाल झील हमें यह सिखाती है कि प्रकृति की रक्षा करना केवल एक ज़िम्मेदारी नहीं, बल्कि मानवता के भविष्य के लिए आवश्यक है।