साहित्यिक भाषा - जिस भाषा का प्रयोग साहित्यिक रचना के लिए होता है, उसे साहित्यिक भाषा कहा जाता है। यह बोलचाल की भाषा से सर्वथा भिन्न होती है तथा परिनिष्ठित भाषा के निकट होती है। इसमें परिमार्जित शब्…
संचार भाषा - संचार का सामान्य अर्थ होता है - संदेश को फैलाना अथवा प्रसारण करना। संचार भाषा का तात्पर्य संचार के लिए प्रयुक्त होने वाली भाषा से है। संचार के माध्यम हैं - समाचार पत्र, दूरदर्शन, रेडि…
विज्ञापन का अर्थ एवं परिभाषा - विज्ञापन का अर्थ अलग-अलग सन्दर्भों में अलग-अलग व्यक्त किया जाता है। इस संबंध में लोगों के विचार भी अलग-अलग हैं। कुछ इसे मात्र प्रचार का साधन मानते हैं, तो कुछ वस्तुओं ए…
मीडिया को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है - प्रिंट मीडिया इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्रिंट मीडिया समाचार प्रेषण एवं प्राप्ति का परम्परागत माध्यम है। दैनिक समाचार पत्रों, पत्रिकाओं के रूप इनका प्रकाश…
राजभाषा - जब किसी भाषा को राज्य द्वारा अपने कार्यों के सम्पादन के लिए स्वीकृत कर ली जाती है तो वह राजभाषा कहलाती है। भाषा या विभाषा राजभाषा बन सकती है। बोली में एकरूपता का अभाव होता है और…
सरकारी कार्यालयों में काम करने एवं पत्राचार करने की एक निश्चित प्रणाली एवं भाषा होती है। कार्यालयों में पत्राचार के पूर्ण विषय वस्तु का संक्षिप्त आलेख तैयार किया जाता है। उच्चाधिकारियों द्वार…
आकाशवाणी शब्द भारतवर्ष के केन्द्रीय सरकार द्वारा संचालित बेतार से कार्यक्रम संचालित करने वाली राष्ट्रीय, देश-व्यापक अखिल भारतीय संस्था के लिए व्यवहार में लाया जाता है। 8 जून सन् 1936 को इस संस्था की…
अनुस्मारक को अंग्रेजी भाषा में 'रिमाइन्डर' कहा जाता है । इसका प्रयोग स्मरण कराने के लिए - या याद दिलाने के लिए किया जाता है। कभी-कभी भूलवश या अन्य किसी कारण से अधीनस्थ कार्यालयों के द…
प्रतिवेदन की परिभाषा इस प्रकार दी जा सकती है“किसी व्यक्ति, वस्तु एवं घटना के सोद्देश्य सूक्ष्म निरीक्षण के बाद तैयार किया गया वह सम्पूर्ण विवरण प्रतिवेदन कहलाता है। जो उस व्यक्ति, वस्तु एवं घटना की व…
भाषा मनुष्य की सार्थक वाणी को कहते हैं। 'भाषा' शब्द संस्कृत के 'भाष्' धातु से बना है। इसका अर्थ है वाणी को व्यक्त करना। इसके द्वारा मनुष्य के भावों, विचारों और भावनाओं को व्यक्त किया…
कार्यालयीन पत्र – कार्यालयीन पत्र उस पत्र को कहा जाता है जो दो स्वतंत्र निकायों के बीच व्यवहार होते हैं। इस प्रकार के पत्रों में प्रेषक सम्बोधन का प्रयोग करता है। क्योंकि ये पत्र संगठन क…
औपचारिक एवं अनौपचारिक पत्रों के लेखन में शैलीगत अंतर होता है। अनौपचारिक पत्रों के लेखन में प्राय: वार्तालाप की शैली ही महत्वपूर्ण होती है और पत्र लेखक की अपनी व्यक्तिकताएँ उभरकर सामने आती हैं…