Showing posts with the label Sociology

उत्तर संरक्षण कार्यक्रम क्या है

अपराधियों के जेल या बन्दीगृह से छूटने के बाद उनकी देखरेख करना अति आवश्यक होता है, क्योंकि बन्दीगृह से मुक्त होने के पश्चात् जब वे समाज में आते हैं तो एकाएक पुनः सामंजस्य तथा अनुकूलन नहीं कर पाते और स…

आश्रम व्यवस्था क्या है - ashram vyavastha

प्राचीन भारतीय संस्कृति में सामाजिक व्यवस्थाओं का निर्माण व्यक्ति के जीवन में सर्वांगीण विकास के लिये हुआ। आश्रम की व्यवस्था का भी यही उद्देश्य माना जा सकता है। आर्यजन कर्मण्यतावादी थे और कर्म करते ह…

मैकियावेली अपने युग का शिशु था व्याख्या कीजिए

यद्यपि प्रत्येक महान् विचारक अपने युग का शिशु होता है, क्योंकि उसका ध्यान अपने समय की समस्याओं पर जाता है, जिनके निदान के लिए वे उपाय ढूँढ़ते हैं। इस प्रकार प्लेटो और अरस्तू भी अपने युग के शिशु थे। मै…

अंतर्राष्ट्रीय संसाधन क्या है - antrashtriya sansadhan

हमारे पर्यावरण में वह सब कुछ जो हमारी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उपयोग किया जा सकता है और तकनीकी रूप से सुलभ, आर्थिक रूप से व्यवहार्य और सांस्कृतिक रूप से स्वीकार्य है, संसाधन कहलाता है । अंतर्रा…

उद्योग की समस्या और समाधान - Industry problems and solutions

औद्योगिक क्रांति के सूत्रपात के साथ सम्पूर्ण विश्व में तेजी से औद्योगीकरण की प्रवृत्ति बढ़ी हैं। इसके साथ कई औद्योगिक समस्याओं का उदय हुआ। विकसित, विकासशील एवं पिछड़े देशों के भिन्न-भिन्न औद्य…

नगरीय अधिवास के प्रकार - type of urban settlement

नगरीय अधिवास की जनसंख्या द्वितीयक तथा तृतीयक व्यवसायों में लगी होती है। जनसंख्या भी अधिक होती है। नगरीय अधिवास के मकान पक्के तथा सुन्दर होते हैं। अधिकांश लोग शिक्षित होते हैं।   नगरीय अधिवास के प्रका…

नगरीय अधिवास क्या है - what is urban settlement

नगरीय अधिवास की जनसंख्या द्वितीयक तथा तृतीयक व्यवसायों में लगी होती है। जनसंख्या भी अधिक होती है। नगरीय अधिवास के मकान पक्के तथा सुन्दर होते हैं। अधिकांश लोग शिक्षित होते हैं। नगरीय अधिवास क्या है नग…

ग्रामीण बस्तियों के प्रतिरूप का वर्णन कीजिए - Patterns of Rural Settlements

ग्रामीण बस्तियों के बसावट की विभिन्नता के कारण इसके कई प्रकार के प्रतिरूप दिखाई देते हैं 1. आयताकार अथवा चौक पट्टी प्रतिरूप  - आयताकार गाँवों का विकास दो मार्गों या सड़कों के चौराहों पर चारों ओर होत…