सांस्कृतिक विरासत का अर्थ - Meaning of cultural heritage

हम अक्सर सांस्कृतिक विरासत के महत्व के बारे में सुनते हैं। लेकिन  सांस्कृतिक विरासत का अर्थ  क्या है आईये जानते हैं। सबसे पहले शब्दों के अर्थ पर एक नज़र डालिये " विरासत " एक संपत्ति है जो प…

वर दे वीणावादिनी वर दे कविता - सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

वर दे, वीणावादिनी वर दे। भारत में भर दे! काट अन्ध उर के बन्धन स्तर  बहा जननि, ज्योतिर्मय निरक्षर  कलुष-भेद, तम हर प्रकाश भर  जगमग जग कर दे! प्रिय स्वतन्त्र - रव अमृत मन्त्र नव सन्दर्भ: प्रस्तुत पद्य…

पर्यायवाची शब्द किसे कहते है - paryayvachi shabd in hindi

वे शब्द होते है जिसका अर्थ सामान या एक जैसे होते है। उदहारण : सूर्य के लिए प्रयोग किये जाने वाले शब्द सूर्य, दिनकर, भानु, सूरज आदि है। अर्थात किसी शब्द-विशेष के लिए प्रयुक्त समानार्थक शब्दों क…

बहुदलीय व्यवस्था किसे कहते हैं - what is multi party system in hindi

राजनीति में बहुदलीय व्यवस्था एक महत्वपूर्ण राजनीतिक प्रणाली है। जिसमें राजनीतिक चुनावों के दौरान कई राजनीतिक दल राष्ट्रीय चुनावों में भाग लेते हैं। और सभी सरकारी कार्यालयों या गठबंधन में नियंत्रण हा…

हिन्दी के सुमनों के प्रति पत्र कविता - सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

मैं जीर्ण-साज बहु छिद्र आज,  मैं हूँ केवल पदतल-आसन,  तुम सहज विराजे महाराज।  ईर्ष्या कुछ नहीं, मुझे, यद्यपि,  मैं ही बसंत का अग्रदूत,  ब्राह्मण समाज में ज्यों अछूत मैं रहा आज यदि पार्श्वच्छवि।  तुम स…

तोड़ती पत्थर कविता की व्याख्या - सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

वह तोड़ती पत्थर, देखा उसे मैंने इलाहाबाद के पथ पर। वह तोड़ती पत्थर, कोई न छायादार, पेड़ वह जिसके तले बैठी हुई स्वीकार, श्याम तन, प्रिय-कर्म-रत मन। गुरु हथौड़ा हाथ, करती बार-बार प्रहार, सामने तरु-मलिका अ…

आधुनिक कविता की विशेषताएं - adhunik hindi kavita ki visheshta

आधुनिक कविता की विशेषताएँ  आधुनिक हिन्दी कविता की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं -  1. यथार्थता  आधुनिक हिन्दी यथार्थ की प्रधानता है। यथार्थानुभूति ने आधुनिक हिन्दी कविता को नवीन चेतना प्रदान की। …

परिवर्तन कविता की व्याख्या - सुमित्रानंदन पंत

खोलता इधर जन्म लोचन, अभी उत्सव और हास हुलास  अभी अवसाद अश्रु, उच्छवास!  अचिरता देख जगत की आप  शून्य भरता समीर निःश्वास, डालता पातों पर चुपचाप  ओस के आँसू नीलाकाश; सिसक उठता समुद्र का मन, सिहर उठते उड…

सुमित्रानंदन पंत की काव्यगत विशेषताएँ लिखिए

पन्तजी प्रमुखतः तथा मूलतः प्रेम, सौन्दर्य और जीवन की कोमलतम भावनाओं के ऐसे कवि हैं, जिनमें सुकुमारता अपनी चरम सीमा पर विद्यमान है। पन्तजी का जन्म ही रोमाण्टिक युग में हुआ। स्वर्गीय प्रसादजी ने जिस यु…

ध्वनि विस्तारक यंत्र पर रोक लगाने हेतु आवेदन पत्र

ध्वनि विस्तारक यंत्र पर रोक लगाने हेतु आवेदन पत्र लिखने के लिए अक्सर परीक्षा मे आता हैं। यदि आपके मोहल्ले मे यह समस्या आ रही हैं तो आप अपने जिलाधीश को इस बारे मे पत्र लिख सकते हैं। जिसका प्रारूप नीचे…

भारत माता कविता का अर्थ - सुमित्रानंदन पंत

1.भारतमाता ग्रामवासिनी  खेतों में फैला है श्यामल  धूल भरा मैला सा आँचल गंगा-यमुना में आँसू जल मिट्टी की प्रतिमा उदासिनी।। संदर्भ  - प्रस्तुत कविता की पंक्तियाँ पन्तजी की प्रसिद्ध रचना भारतमाता से अ…

अज्ञेय की काव्यगत विशेषताओं पर प्रकाश डालिए

प्रयोगवाद और नयी कविता के कवियों में अज्ञेय जी का योगदान महत्वपूर्ण है। यह आलोचक अज्ञेय को एक प्रबुद्ध कलाकार से अधिक प्रयोगवाद प्रवर्तक मानते हैं। अज्ञेय की काव्यगत विशेषता अज्ञेय का पूरा …

प्रगतिवाद क्या है - प्रगतिवाद और प्रयोगवाद में अंतर

प्रगतिवाद क्या है  प्रगति की अंग्रेजी के प्रोग्रेस से उत्पत्ति मानी जाती है, जिसका अर्थ होता है आगे बढ़ना हैं, किन्तु साहित्य में वाद के साथ जुड़कर यह प्रगतिवाद शब्द बन गया है।  प्रगतिवाद…

मैथिलीशरण गुप्त की काव्यगत विशेषता बताइए

भारतीय संस्कृति की तात्विक विशेषताओं को अपने प्रबन्ध काव्यों के माध्यम से व्याख्यायित करने और अपनी रचनाओं के द्वारा राष्ट्र भक्ति का आह्वान करने के कारण मैथिलीशरण गुप्त 'राष्ट्र कवि ' के रूप …