कुछ अपराधशास्त्रियों का मत है कि अपराध एक जन्मजात प्रवृत्ति है तथा इसका निवारण तब ही हो सकता है जब अपराधियों का बन्ध्याकरण कर दिया जाये। लेकिन यह धारणा एक भ्रममूलक धारणा है। क्योंकि अपराध की प्रवृत्त…
अति प्राचीनकाल से ही भारत में बन्दीगृह की व्यवस्था रही है। प्राचीन समय के बन्दीगृह अंधेरी, बन्द, गन्दी और छोटी-छोटी कोठरियाँ होती थीं। निर्जन स्थानों और गुफाओं को भी बन्दीगृहों के रूप में प्रयुक्त कि…
शुक्र सूर्य से दूसरा ग्रह है और पृथ्वी का निकटतम ग्रह है। यह चार आंतरिक, स्थलीय ग्रहों में से एक है, और इसे अक्सर पृथ्वी का जुड़वां बहन कहा जाता है, क्योंकि यह आकार और घनत्व में समान है। हालां…
समाज व्यक्तियों के बीच पाई जाने वाली सामाजिक सम्बन्धों की व्यवस्था है ये सम्बन्ध आपस में सामाजिक अन्तः क्रिया के फलस्वरूप स्थापित होते हैं तथा व्यक्तियों में पारस्परिक निर्भरता पाई जाती है फलस्वरूप व…
मद्यपान का तात्पर्य मादक द्रव वस्तुओं के सेवन से है। भारत में लम्बे समय से मादक द्रव वस्तुओं, जैसे- भाँग, गाँजा, अफीम, कोकीन, शराब आदि का सेवन लोगों द्वारा विभिन्न कारणों से किया जाता रहा है। आज भी …
भारत जैसे निर्धन देश में तो यह जनता पर एक भारी बोझ भी है। आज भारत में लगभग 10 लाख भिखारी हैं। ये लोग कुछ काम नहीं करते हैं और इस तरह देश में गरीबी बढ़ाते हैं। परन्तु भिखारियों की समस्या केवल आर्थिक स…
हिन्दू विवाह से सम्बन्धित विभिन्न समस्याओं में से दहेज की समस्या एक भीषण समस्या है। शिक्षा का प्रसार एवं जीवन स्तर में सुधार के साथ-साथ दहेज की समस्या घटने के बजाय लगातार बढ़ी है। यदि लड़का डॉक्टर, इ…
सामाजिक विघटन का सामान्य अर्थ सामाजिक व्यवस्था में असन्तुलन उत्पन्न हो जाना है। विघटन, संगठन का विपरीतार्थक शब्द है। विघटन की स्थिति में समाज की संरचना के विभिन्न अंगों की स्थितियाँ स्पष्ट नहीं रहतीं…
कुछ वर्षों पहले आतंक उत्पन्न करना डाकुओं और लुटेरों की पहचान थी। यह वर्ग समाज द्वारा बहिष्कृत समझा जाता था। किन्तु वर्तमान सन्दर्भ में यह एक जीवन दर्शन और मान्य आन्दोलन के रूप में ग्रहण किया जाने लगा…
आत्महत्या की पूर्व विवेचना से यह तथ्य तो पूर्णतः स्पष्ट हो जाता है कि आत्महत्या एक सामाजिक प्रघटना है। जिसकी व्याख्या समाजशास्त्रीय परिप्रेक्ष्य में ही की जानी चाहिए। आत्महत्या के प्रकारों का वर्णन …