चंद्रमा किसे कहते हैं - Moon in Hindi

चन्द्रमा की मुख्य जानकारी
पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी 384,400 km
पृथ्वी का चक्कर 27.3 दिन
चन्द्रमा का गुरुत्वाकर्षण 1.62 m/s²
चंद्रमा का आकार 1,737.1 km
चन्द्रमा आयु 4.53 billion years
चंद्रमा का द्रव्यमान 7.35 x 10 19 टन
चंद्रमा का तापमान 127 ° C
अंग्रेजी नाम MOON

चंद्रमा किसे कहते हैं

चंद्रमा पृथ्वी से परे एकमात्र ऐसा स्थान है जहाँ मनुष्यों ने पैर जमाए हैं। यह रात के समय आकाश में सबसे चमकीली और सबसे बड़ी वस्तु हैं।

चंद्रमा पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है। येे पृथ्वी के व्यास का एक-चौथाई है। और सौर मंडल का पांचवा सबसे बड़ा उपग्रह है। चंद्रमा 384,400 किमी के औसत दूरी पर, पृथ्वी की परिक्रमा करता है।

पृथ्वी के प्राकृतिक उपग्रह को बस "moon" (चन्द्रमा) कहा जाता है क्योंकि लोग नहीं जानते थे कि अन्य चंद्रमा मौजूद हैं जब तक कि गैलीलियो गैलीली ने 1610 में बृहस्पति की परिक्रमा करने वाले चार चंद्रमाओं की खोज नहीं की थी।

चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण प्रभाव, पृथ्वी के दिन को थोड़ा लंबा करता है। चंद्रमा को एक चट्टानी पिंड के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इसमें वायुमंडल, जलमंडल, या गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र का अभाव है। और इसकी सतह का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी के 0.1654 ग्राम के बराबर में है।

चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर 27.3 दिनों में एक चककर पूरा करता है। यह उपग्रह हमारी पृथ्वी के ग्रुत्वकर्षण से बंधा हुआ है। इसी कारण चंदमा पृथ्वी का चक्कर लगाती है। 

पृथ्वी पर मंगल ग्रह जितने बड़े पिंड के टकराने के बाद चंद्रमा का निर्माण हुयी है। इसके होने से हमारी धरती पर स्थिर जलवायु ओर ज्वार भाटा बनता है। यदि धरती के पास यह चाँद नहीं होता तो सैयद यहाँ जीवन संभव नहीं हो पता। 

पृथ्वी का चंद्रमा हमारे सौर मंडल में 190+ चंद्रमाओं में से पांचवां सबसे बड़ा उपग्रह है। वर्तमान में NASA के पास तीन रोबोटिक अंतरिक्ष यान हैं जो चंद्रमा की खोज कर रहे हैं। 

पृथ्वी के परे चंद्रमा पहला स्थान था, 1950 के दशक के अंत में अंतरिक्ष युग शुरू होने के बाद पहुंचने की कोशिश की गयी। आधा दर्जन से अधिक देशों के 100 से अधिक अंतरिक्ष यान भेजा है। 

आकार और दूरी

लगभग 1,080 मील (1,740 किलोमीटर) की त्रिज्या के साथ, चंद्रमा पृथ्वी की चौड़ाई के एक तिहाई से भी कम है। यदि पृथ्वी एक निकल के आकार की है, तो चंद्रमा कॉफी बिन जितना बड़ा होगा।

चंद्रमा औसतन 238,855 मील (384,400 किलोमीटर) दूर है। इसका मतलब है कि पृथ्वी और चंद्रमा के बीच 30 पृथ्वी के आकार के ग्रह फिट हो सकते हैं। चंद्रमा धीरे-धीरे पृथ्वी से दूर जा रहा है, हर साल लगभग एक इंच।

कक्षा और परिक्रमा

चंद्रमा उसी दर पर घूम रहा है, जो पृथ्वी अपने परिधि के चारों ओर घूमता है जिसे सिंक्रोनस रोटेशन कहा जाता है। इसलिए एक ही गोलार्ध हर समय पृथ्वी की ओर रहता है। 

कुछ लोग कहते हैं की हम पृथ्वी से कभी चन्द्रमा के "डार्क साइड" को नहीं देखते लेकिन यह भ्रामक है। जैसे कि चंद्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता है, अलग-अलग हिस्से अलग-अलग समय पर धूप या अंधेरे में होते हैं। 

चंद्रमा 27 पृथ्वी दिनों में पृथ्वी की पूरी परिक्रमा करता है और उसी दर पर या उसी समय में घूमता है। चूँकि पृथ्वी अपनी धुरी पर घूम रही है और सूर्य की परिक्रमा करती है। हमारे दृष्टिकोण से, चंद्रमा हमें हर 29 दिन परिक्रमा करता हुआ दिखाई देता है।

संरचना

पृथ्वी के चंद्रमा में एक कोर, मेंटल और क्रस्ट है।

चंद्रमा का कोर अन्य स्थलीय निकायों के कोर की तुलना में आनुपातिक रूप से छोटा है। यह 56 मील मोटी एक तरल लोहे के खोल से घिरा हुआ है। 93 मील की मोटाई के साथ आंशिक रूप से पिघली हुई परत लोहे के कोर को घेरती है।

मेंटल आंशिक रूप से पिघली परत के ऊपर से चंद्रमा की पपड़ी के नीचे तक फैला हुआ है। सबसे अधिक संभावना है जैसे जैतून और पाइरॉक्सिन जैसे खनिज, जो मैग्नीशियम, लोहा, सिलिकॉन और ऑक्सीजन परमाणुओं से बने हैं।

यह टाइटेनियम, यूरेनियम, थोरियम, पोटेशियम और हाइड्रोजन की थोड़ी मात्रा के साथ ऑक्सीजन, सिलिकॉन, मैग्नीशियम, लोहा, कैल्शियम और एल्यूमीनियम से बना है। बहुत पहले चंद्रमा में सक्रिय ज्वालामुखी थे, लेकिन आज वे सभी निष्क्रिय हैं और लाखों वर्षों तक नहीं फटे हैं।

प्राकृतिक उपग्रह किसे कहते है ?

प्राकृतिक उपग्रह अंतरिक्ष में एक खगोलीय पिंड है जो एक बड़े पिंड के चारों ओर परिक्रमा करता है। चंद्रमा को प्राकृतिक उपग्रह कहा जाता है क्योंकि वे ग्रहों की परिक्रमा करते हैं।

पृथ्वी के पास एक प्राकृतिक उपग्रह है जिसे चंद्रमा कहा जाता है। चंद्रमा 1 किमी / सेकंड की कक्षीय गति से घूमते हुए पृथ्वी की परिक्रमा करने में 27.3 दिन लेता है।

Moon in hindi, चंद्रमा किसे कहते हैं
Moon in Hindi

ऐसे उपग्रह जो लोगों द्वारा बनाए जाते हैं और रॉकेट का उपयोग करके कक्षा में लॉन्च किए जाते हैं, कृत्रिम उपग्रह कहलाते हैं। पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले हजारों कृत्रिम उपग्रह हैं।

प्रमुख उपग्रह 

प्राकृतिक उपग्रह  ग्रह कक्षीय गति (औसत) परिक्रमा का समय
चंद्रमा पृथ्वी  1.0 km/s 27.3 days
लो  बृहस्पति  17.33 km/s 1.77 days
यूरोपा  बृहस्पति  13.74 km/s 3.55 days
गेनीमेड बृहस्पति  10.88 km/s 7.16 days
कैलिस्टो  बृहस्पति  8.20 km/s 16.69 days
फोबोस  मंगल  2.14 km/s 0.32 days

चंद्रमा पर उतरने वाला पहला अंतरिक्ष यान

चंद्रमा पर पहुंचने वाली पहली मानव निर्मित वस्तु लूना 2 थी जो सोवियत संघ ने 1959 में अंतरिक्ष यान से भेजा था। इसके बाद 1966 में लूना 9 द्वारा पहली सफल सॉफ्ट लैंडिंग हुई। अब तक का एकमात्र मानव चंद्र मिशन संयुक्त राज्य अमेरिका की नासा अपोलो कार्यक्रम है। जिसने 1968 में अपोलो 8 के साथ पहले मानवयुक्त चंद्र अभियान की शुरुआत हुयी थी। 

उसके बाद छ: बार चाँद पर मनुष्यों को 1969 और 1972 के बीच रिसर्च के लिए भेजा जा चूका है। इन मिसन में चाँद के मिट्टी के नमूने लाये गए थे इससे चंद्रमा की उत्पत्ति, आंतरिक संरचना और इतिहास की विस्तृत जानकारी मिली। 

एक थ्योरी के अनुसार चंद्रमा लगभग 4.51 बिलियन साल पहले बना था। पृथ्वी पर एक विशालय काय पिंड के टकराने से धरती का कुछ टुकड़ा अलग हो गया और चन्द्रमा (moon) का निर्माण हुआ है। 

what is a moon in Hindi

moon केवल पृथ्वी के उपग्रह को नहीं कहा जाता बल्कि हमारे सौरमंडल में जितने भी उपग्रह है उन सभी को moon से संदर्भित किया जाता हैं। हिंदी में इसे चन्द्रमा या चाँद भी कहा जाता हैं।  

Moon जिसे प्राकृतिक उपग्रह, ऑर्बिट प्लानेट और हमारे सौर मंडल में क्षुद्रग्रहों के रूप में भी जाना जाता है। पृथ्वी के पास एक moon है, और हमारे सौर मंडल में 200 से अधिक moons हैं। अधिकांश प्रमुख ग्रह - बुध और शुक्र को छोड़कर सभी के पास moon हैं। शनि और बृहस्पति के पास दर्जनों moon हैं जो इन ग्रहो की परिक्रमा करते हैं। 

Moon कई आकार और प्रकार के हो सकते हैं। कुछ के सतह में वायुमंडल और यहां तक कि छिपे हुए महासागर भी हैं। अधिकांश Moons संभवत: प्रारंभिक सौर मंडल में ग्रहों के चारों ओर घूमने वाली गैस और धूल की डिस्क से बनते हैं, हालांकि यह भी "कैप्चर किए गए" की बाहरी पिंड सौरमंडल में आ जाते है और बड़ी ग्रहों के चारों परिक्रमा करने लगते हैं।

चाँद को उनके नाम कैसे मिलते हैं

हमारे सौर मंडल में अधिकांश चंद्रमाओं को पौराणिक देवताओं के नामों से नामित किया गया है। उदाहरण के लिए, शनि पर खोजे गए सबसे नए चंद्रमा का नाम एक विशालकाय बर्गेलमीर नॉर्स देवताओं के लिए रखा गया है।

यूरेनस इसका अपवाद है। यूरेनस के चंद्रमाओं को विलियम शेक्सपियर के नाटकों के पात्रों के नाम पर रखा गया है ऑर्फ़ेलिया और पक। 

ग्रह तथा उनके उपग्रहों की संख्या 

  1. बुध - 0
  2. शुक्र - 0
  3. पृथ्वी - 1
  4. मंगल - 2
  5. बृहस्पति - 79 (53 confirmed, 26 provisional)
  6. शनि - 62 (53 confirmed, 9 provisional)
  7. यूरेनस - 27
  8. नेपच्यून - 14

भारत का चंद्र मिशन 

चंद्रयान -1, भारत का प्रथम चंद्र मिशन, एस डी एस सी, शार, था जिसे श्रीहरिकोटा से 22 अक्तूबर, 2008 को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया था। ये अंतरिक्षयान 100 कि.मी. की ऊँचाई पर चंद्रमा की परिक्रमा कर रहा था। अंतरिक्षयान भारत, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, स्वीडन और बल्गेरिया में निर्मित 11 वैज्ञानिक उपकरणों को वहन का अंतरिक्ष में ले गया था।

चंद्रयान 2 - 18 सितंबर 2008 को मनमोहन सिंह ने मिशन को मंजूरी दी। मिशन को जनवरी 2013 में स्थगित कर 2016 में प्रक्षेपित करने का निर्णय लिया गया। क्योकि भारत के पास कोई भरी उपग्रह को प्रक्षेपित करने का यान नहीं था। और रूस सेसहायता करने से मना कर दिया था। तभी भारत में स्वदेशी यान बनाने पर काम की शुरुआत हुयी। जो 2016 को सफलता पूर्वक तैयार किया गया। 

इस मिसन में एक रोबोट को चाँद के सतह पर उतारने की योजना थी और एक उपग्रह चंदमा का परिक्रमा करके उनसे  जानकारी साझा करने वाला था। लेकिन कुछ तकनिकी कारण से रोबोट का सॉफ्ट लैंडिग नहीं हो पाया और उससे कनेक्टन टूट गया। यह मिशन के तहत चाँद पर पानी की खोज और उसके भूमि का परीक्षण करना था।  

Names of Moon in Hindi

पृथ्वी के प्राकृतिक उपग्रह का अंग्रेजी नाम MOON है। MOON अंग्रेजी शब्द mōna से लिया गया है। कभी-कभी वैज्ञानिक चाँद के लिए लूना शब्द का उपयोग करते है। 

चाँद को हिंदी में आदि नमो से जाना जाता है - मयंक, विधु, सुधाकर, कलानिधि, निशापति, शशांक, चंद्रमा, चन्द्र, शशि, हिमकर, राकेश, रजनीश, हिमांशु। 

चन्द्रमा की उत्पत्ति

वैज्ञानिक चंद्रमा की उत्पत्ति के सिद्धांत पर एक मत नहीं है। कुछ वैज्ञानिक कहते है की पृथ्वी के कुछ भाग के अलग होने से चंदमा का निर्माण हुआ है। तो अन्य वैज्ञानिक पृथ्वी पर क्षुद्रग्रह के टकराने से चंदमा का निर्माण हुआ है यह दवा करते हैं। 

नए अनुसंधान के अनुसार, सौर प्रणाली की उत्पत्ति के कुछ 50  मिलियन वर्ष पहले चंद्रमा की रचना 4. 51 अरब साल पहले हुई थी। उस समय पृथ्वी बहुत गर्म थी और अपनी परिधि में बहुत तेज गति से रही थी। जिसके कारण पृथ्वी के छोटे छोटे टुकड़े अंतरिक्ष में बिखरने लगे कई परिवर्तन के बाद वे इकट्ठा होकर के पिंड में परिवर्तित हो गया और पृथ्वी की परिक्रमा करने लगा। जिसे हम आज चंद के नाम से जानते है। 

एक अन्य सिद्धांत के अनुशार

चंद्रमा की उत्पत्ति का प्रमुख सिद्धांत यह है कि लगभग 4.5 बिलियन साल पहले मंगल के आकार का एक पिंड पृथ्वी से टकराया था, और इसके परिणामस्वरूप पृथ्वी के मलबे और पिंड से हमारा प्राकृतिक उपग्रह बना है। नवगठित चंद्रमा एक पिघली हुयी अवस्था में था। लगभग 100 मिलियन वर्षों के भीतर "मैग्मा" का क्रिस्टलीकरण हो गया। जिसमें हलके चट्टानें ऊपर की ओर तैरने लगी और इससे मून का परत बना।

चंद्रमा के होने से पृथ्वी पर वातावरण में बदलाव हुए जिसके परिणाम स्वरुप  जीवन का विकास हुआ। लगभग पूरा चंद्रमा चारकोल-ग्रे, पाउडर धूल और चट्टानी मलबे के ढेर से ढका हुआ है, जिसे मून रेजोलिथ कहा जाता है। 

इसके बारे में अधिक जानकारी  About the Moon ( English Article )

चंद्र ग्रहण क्या है

चंद्रग्रहण के दौरान, पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आती है, जिससे चंद्रमा पर पड़ने वाली सूर्य की रोशनी अवरुद्ध हो जाती है। इसे ही चंद्र ग्रहण कहा जाता हैं। 

चंद्र ग्रहण के दो प्रकार हैं:

पूर्ण चंद्रग्रहण तब होता है जब चंद्रमा और सूर्य पृथ्वी के विपरीत दिशा में होते हैं। आंशिक चंद्रग्रहण तब होता है जब पृथ्वी की छाया का केवल एक हिस्सा चंद्रमा को कवर करता है।

चंद्रग्रहण के कुछ चरणों के दौरान, चंद्रमा लाल रंग का दिखाई दे सकता है।ऐसा इसलिए है क्योंकि उस बिंदु पर चंद्रमा तक पहुंचने वाली सूर्य की रोशनी पृथ्वी के किनारों  होते हुए जाती है। 

Facts in moon Hindi 

  1. चंद्रमा लगभग 4.5 बिलियन वर्ष पुराना है 
  2. यह हमारे पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है।
  3. पृथ्वी के बनने के लगभग 30-50 मिलियन वर्ष बाद चंद्रमा बना। 
  4. चंद्रमा तब अस्तित्व में आया जब एक बड़ी वस्तु पृथ्वी से टकराई। 
  5. पृथ्वी के चारों ओर परिक्रमा करता 27.3 दिन में पूरा करता हैं। 
  6. चंद्रमा के उचित नक्शे बनाने वाला पहला आदमी गैलीलियो था। 
  7. 1959 में चंद्रमा पर पहुंचने वाला पहला अंतरिक्ष यान लूना 1 था। 
  8. चंद्रमा सौर मंडल का पांचवा सबसे बड़ा moon है।
  9. चंद्रमा की उपस्थिति हमारे ग्रह के जलवायु को स्थिर करने में मदद करती है।
  10. पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी लगभग 240,000 मील (385,000 किमी) है।
  11. चंद्रमा में बहुत पतला वातावरण होता है जिसे एक्सोस्फीयर कहा जाता है।
  12. चंद्रमा की पूरी सतह गड्ढों से भरी हुई है।
  13. नासा के अपोलो 11 मिशन से 1969 में पहली बार मानवयुक्त यान चंद्रमा पर लैंडिंग हुई थी।
Subscribe Our Newsletter