छत्तीसगढ़ की प्रमुख नदियों के नाम - main river of chhattisgarh

छत्तीसगढ़ मध्य भारत में स्थित है और लगभग 135,191 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है। छत्तीसगढ़ का दक्षिणी भाग महानदी नदी के उपजाऊ मैदानों से बना है, जबकि पश्चिमी भाग मैदान से आच्छादित है।

छत्तीसगढ़ की प्रमुख नदियों के नाम - main river of chhattisgarh

छत्तीसगढ़ की प्रमुख नदियों के नाम

छत्तीसगढ़ कई महत्वपूर्ण नदियों का घर है, जिसमें महानदी सबसे बड़ी और सबसे महत्वपूर्ण है। यह भारत के पूर्वी और मध्य भागों से होकर बहती है। यह नदी छत्तीसगढ़ राज्य से निकलती है और बंगाल की खाड़ी में गिरने से पहले ओडिशा से होकर बहती है। महानदी की कुछ प्रमुख सहायक नदियों में शिवनाथ, हसदेव और मांड शामिल हैं।

  1. महानदी
  2. इंद्रावती
  3. सबरी नदी
  4. शिवनाथ
  5. हसदेव
  6. खारून
  7. अरपा
  8. पैरी
  9. सोंढूर
  10. लीलागर

महानदी नदी

महानदी छत्तीसगढ़ राज्य की प्रमुख नदी है। जो धमतरी जिले के सिहावा पहाड़ी से निकलती है। इसकी प्रमुख सहायक नदियों में से एक सोंधुल की उत्पत्ति इसके पूर्व में स्थित पहाड़ियों से होती है। महानदी नदी का अर्थ बड़े आकार की नदी से है। महानदी नदी को छत्तीसगढ़ की गंगा कहकर पुकारा जाता है।

महानदी की कुल लंबाई 900 किलोमीटर है। 1947 में महानदी पर हीराकुंड बांध का निर्माण किया गया है। नदी छत्तीसगढ़ और ओडिशा राज्यों से होकर बहती है और अंत में बंगाल की खाड़ी में गिरती है।

इंद्रावती नदी

इंद्रावती नदी गोदावरी की एक सहायक नदी है। इसकी प्रमुख सहायक नदियाँ नारंगी, बोरदिग, निबरा, कोटड़ी और चिंतवगु हैं। नदी का अधिकांश भाग बस्तर के घने जंगलों से होकर गुजरता है। नदी 535 किलोमीटर लंबी है। इंद्रावती उड़ीसा में कालाहांडी जिले के सुंगर पहाड़ी से निकलती है।

सबरी नदी

सबरी नदी गोदावरी की प्रमुख सहायक नदियों में से एक है। इसे ओडिशा में कोलाब नदी के रूप में भी जाना जाता है। यह छत्तीसगढ़ और ओडिशा  के बीच सीमा बनाता है। इस नदी की लंबाई 418 किमी हैं।

ब्राह्मणी नदी

ब्राह्मणी नदी का निर्माण दक्षिण कोएल और सांख नदियों के संगम से होता है, जो झारखंड-छत्तीसगढ़ सीमा के पास है। इस नदी की लंबाई 480 किलोमीटर हैं। ब्राह्मणी महानदी के बाद ओडिशा की दूसरी सबसे लंबी नदी है।