इंटरनेट, परस्पर जुड़े कंप्यूटर नेटवर्कों की एक वैश्विक प्रणाली है जो नेटवर्कों और उपकरणों के बीच संचार के लिए इंटरनेट प्रोटोकॉल सूट का उपयोग करती है।
यह नेटवर्कों का एक नेटवर्क है जिसमें स्थानीय से लेकर वैश्विक स्तर तक के निजी, सार्वजनिक, शैक्षणिक, व्यावसायिक और सरकारी नेटवर्क शामिल हैं, जो इलेक्ट्रॉनिक, वायरलेस और ऑप्टिकल नेटवर्किंग तकनीकों की एक विस्तृत श्रृंखला से जुड़े हैं।
इंटरनेट सूचना संसाधनों और सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला को वहन करता है, जैसे कि वर्ल्ड वाइड वेब के परस्पर जुड़े हाइपरटेक्स्ट दस्तावेज़ और अनुप्रयोग, इलेक्ट्रॉनिक मेल, इंटरनेट टेलीफोनी, स्ट्रीमिंग मीडिया और फ़ाइल साझाकरण।
इंटरनेट का पिता किसे कहते हैं
इंटरनेट का पिता या जनक की उपाधि किसे देना चाहिए इस पर मदभेद हैं। किसी किस आर्टिकल में विंट सेर्फ को इंटरनेट का पिता कहा गया हैं। जिन्होंने ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल (TCP) का अविष्कार किया था। कही कही टिम बर्नर्स ली को इंटरनेट का पिता कहा गया हैं। इन्होने वर्ल्ड वाइड वेब यानि www का अविष्कार किया था।
विंट सेर्फ
विंट सेर्फ को इंटरनेट के जनक में से एक माना जाता है। इन्होंने TCP के आविष्कार में योगदान दिया हैं। साथ ही इन्होंने ईमेल का नेतृत्व किया हैं। TCP का मतलब ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल होता है। यह संचार प्रोटोकॉल है जिसका उपयोग इंटरनेट पर नेटवर्क डिवाइस को जोड़ने के लिए किया जाता है। TCP का उपयोग प्राइवेट कंप्यूटर नेटवर्क में भी किया जाता है।
ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकॉल नेटवर्क पर विभिन्न डिवाइस के बीच मेसेज के आदान-प्रदान में मदद करता है। इंटरनेट प्रोटोकॉल (IP) जो कंप्यूटरों के बीच डेटा पैकेट भेजने की तकनीक स्थापित करता है, TCP के साथ काम करता है।
टिम बर्नर्स-ली
टिम बर्नर्स-ली को इंटरनेट का पिता कहा जा सकता है क्योंकि उन्होंने वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) का आविष्कार किया था। जो हर वेबसाइट पर उपयोग किया जाता है। इंटरनेट पर लाखों करोडों वेबसाइट हैं। जिसे वर्ल्ड वाइड वेब की सहायता से सर्च किया जाता हैं।
टिम बर्नर्स-ली नाभकीय प्रयोगशाला में काम करते थे। वहां कई कंप्यूटर थे जिन पर अलग अलग सूचना रखी जाती थी। टिम का मुख्य कार्य सूचना को एक कंप्यूटर से दूसरे पर आसानी से भेजना था। उन्हे लगा कि क्या कोई ऐसा तरीका हो सकता है कि इन सब सुचनाओं को इस तरह से रखा जाय कि ऐसा लगे कि वे एक जगह हैं। उन्होने दुनिया का पहला वेब पेज 6 अगस्त 1991 को बना लिया।
इंटरनेट का अर्थ अंतरजाल होता हैं। जिसकी सहायता से हम किसी भी जानकारी को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। वह आर्टिकल, विडिओ और फोटोज के रूप में हो सकता हैं। इंटरनेट कंप्यूटर का एक ऐसा नेटवर्क है। जिसमें दुनिया भर के लाखो-करोडो कंप्यूटर आपस में जुड़े होते हैं। जिसे इंटरनेट की सहायता से एक्सेस कर सकते हैं।
इंटरनेट की उत्पत्ति उस शोध से जुड़ी है जिसने कंप्यूटर संसाधनों के टाइम-शेयरिंग, 1960 के दशक में पैकेट स्विचिंग के विकास और डेटा संचार के लिए कंप्यूटर नेटवर्क के डिज़ाइन को संभव बनाया।
इतिहास
इंटरनेट पर इंटरनेटवर्किंग को सक्षम बनाने के नियमों का समूह 1970 के दशक में संयुक्त राज्य अमेरिका के रक्षा विभाग की रक्षा उन्नत अनुसंधान परियोजना एजेंसी द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और फ्रांस के विश्वविद्यालयों और शोधकर्ताओं के सहयोग से किए गए शोध और विकास से उत्पन्न हुआ।
ARPANET ने शुरुआत में संसाधन साझाकरण को सक्षम बनाने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका में क्षेत्रीय शैक्षणिक और सैन्य नेटवर्क के अंतर्संबंध के लिए एक आधार के रूप में कार्य किया। 1980 के दशक में एक नए आधार के रूप में राष्ट्रीय विज्ञान फाउंडेशन नेटवर्क के वित्तपोषण के साथ-साथ अन्य वाणिज्यिक विस्तारों के लिए निजी वित्तपोषण ने नई नेटवर्किंग तकनीकों के विकास और DARPA के इंटरनेट प्रोटोकॉल सूट का उपयोग करके कई नेटवर्कों के विलय में विश्वव्यापी भागीदारी को प्रोत्साहित किया।
1990 के दशक के प्रारंभ में वाणिज्यिक नेटवर्क और उद्यमों के जुड़ने और वर्ल्ड वाइड वेब के आगमन ने आधुनिक इंटरनेट की ओर संक्रमण की शुरुआत को चिह्नित किया और संस्थागत, व्यक्तिगत और मोबाइल कंप्यूटरों की पीढ़ियों के इंटरनेट से जुड़ने के साथ ही निरंतर घातीय वृद्धि को जन्म दिया।
यद्यपि 1980 के दशक में शिक्षा जगत द्वारा इंटरनेट का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता था, फिर भी 1990 के दशक और उसके बाद इंटरनेट के व्यावसायीकरण ने इसकी सेवाओं और प्रौद्योगिकियों को आधुनिक जीवन के लगभग हर पहलू में शामिल कर लिया।
टेलीफोन, रेडियो, टेलीविजन, डाक और समाचार पत्रों सहित अधिकांश पारंपरिक संचार माध्यमों को इंटरनेट ने नया रूप दिया है, पुनर्परिभाषित किया है, या यहाँ तक कि दरकिनार भी कर दिया है, जिससे ईमेल, इंटरनेट टेलीफोन, इंटरनेट रेडियो, इंटरनेट टेलीविजन, ऑनलाइन संगीत, डिजिटल समाचार पत्र और ऑडियो व वीडियो स्ट्रीमिंग वेबसाइट जैसी नई सेवाओं का जन्म हुआ है। समाचार पत्र, पुस्तकें और अन्य मुद्रित प्रकाशन वेबसाइट तकनीक के अनुकूल हो गए हैं या ब्लॉगिंग, वेब फ़ीड और ऑनलाइन समाचार एग्रीगेटर के रूप में परिवर्तित हो गए हैं।
इंटरनेट ने त्वरित संदेश, इंटरनेट फ़ोरम और सोशल नेटवर्किंग सेवाओं के माध्यम से व्यक्तिगत संपर्क के नए रूपों को सक्षम और त्वरित किया है। प्रमुख खुदरा विक्रेताओं, छोटे व्यवसायों और उद्यमियों के लिए ऑनलाइन खरीदारी में तेज़ी से वृद्धि हुई है, क्योंकि यह फर्मों को अपनी "भौतिक" उपस्थिति का विस्तार करके एक बड़े बाज़ार की सेवा करने या यहाँ तक कि वस्तुओं और सेवाओं को पूरी तरह से ऑनलाइन बेचने में सक्षम बनाता है। इंटरनेट पर व्यवसाय-से-व्यवसाय और वित्तीय सेवाएँ पूरे उद्योगों की आपूर्ति श्रृंखलाओं को प्रभावित करती हैं।
इंटरनेट का तकनीकी कार्यान्वयन या पहुँच व उपयोग की नीतियों में कोई एकल केंद्रीकृत शासन नहीं है; प्रत्येक घटक नेटवर्क अपनी नीतियाँ स्वयं निर्धारित करता है। इंटरनेट पर दो प्रमुख नाम स्थानों, इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस स्थान और डोमेन नेम सिस्टम की व्यापक परिभाषाएँ एक अनुरक्षक संगठन, इंटरनेट कॉर्पोरेशन फॉर असाइन्ड नेम्स एंड नंबर्स द्वारा निर्देशित की जाती हैं।
मुख्य प्रोटोकॉल का तकनीकी आधार और मानकीकरण इंटरनेट इंजीनियरिंग टास्क फ़ोर्स की एक गतिविधि है, जो शिथिल रूप से संबद्ध अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभागियों का एक गैर-लाभकारी संगठन है, जिससे कोई भी तकनीकी विशेषज्ञता प्रदान करके जुड़ सकता है। नवंबर 2006 में, इंटरनेट को यूएसए टुडे की नए सात अजूबों की सूची में शामिल किया गया था।
Post a Comment
Post a Comment