यद्यपि प्रत्येक महान् विचारक अपने युग का शिशु होता है, क्योंकि उसका ध्यान अपने समय की समस्याओं पर जाता है, जिनके निदान के लिए वे उपाय ढूँढ़ते हैं। इस प्रकार प्लेटो और अरस्तू भी अपने युग के शिशु थे। मै…
हमारे पर्यावरण में वह सब कुछ जो हमारी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उपयोग किया जा सकता है और तकनीकी रूप से सुलभ, आर्थिक रूप से व्यवहार्य और सांस्कृतिक रूप से स्वीकार्य है, संसाधन कहलाता है । अंतर्रा…
औद्योगिक क्रांति के सूत्रपात के साथ सम्पूर्ण विश्व में तेजी से औद्योगीकरण की प्रवृत्ति बढ़ी हैं। इसके साथ कई औद्योगिक समस्याओं का उदय हुआ। विकसित, विकासशील एवं पिछड़े देशों के भिन्न-भिन्न औद्य…
नगरीय अधिवास की जनसंख्या द्वितीयक तथा तृतीयक व्यवसायों में लगी होती है। जनसंख्या भी अधिक होती है। नगरीय अधिवास के मकान पक्के तथा सुन्दर होते हैं। अधिकांश लोग शिक्षित होते हैं। नगरीय अधिवास के प्रका…
नगरीय अधिवास की जनसंख्या द्वितीयक तथा तृतीयक व्यवसायों में लगी होती है। जनसंख्या भी अधिक होती है। नगरीय अधिवास के मकान पक्के तथा सुन्दर होते हैं। अधिकांश लोग शिक्षित होते हैं। नगरीय अधिवास क्या है नग…
ग्रामीण बस्तियों के बसावट की विभिन्नता के कारण इसके कई प्रकार के प्रतिरूप दिखाई देते हैं 1. आयताकार अथवा चौक पट्टी प्रतिरूप - आयताकार गाँवों का विकास दो मार्गों या सड़कों के चौराहों पर चारों ओर होत…
किसी देश के एक व्यक्ति को कानून द्वारा कुछ अधिकार प्रदान किया जाते हैं। उसे नागरिक अधिकार कहा जाता हैं। जैसे स्वतंत्रा का अधिक, धार्मिक मान्यता का अधिकार और वोट देने का अधिकार आदि। इसके अलावा …
मानव द्वारा किये जाने वाले उच्च स्तर के कार्य को इसके अंतर्गत रखा जाता है। इस व्यवसाय में निम्न सेवायें मुख्य होती हैं। उच्च शिक्षा मनोरंजन के साधन औद्योगिक, व्यावसायिक एवं प्रशासनिक प्रबंध उच्च प्…
संस्कृति और सभ्यता विकास के लिए अति महत्वपूर्ण होते हैं। इनके माध्यम से हम अपने ज्ञान और परम्परा को अगले पीढ़ी तक पहुंचते है। संस्कृति मानव जीवन को अधिक प्रभावित करता है। संस्कृति लोगों के एक विशेष सम…
हम अक्सर सांस्कृतिक विरासत के महत्व के बारे में सुनते हैं। लेकिन सांस्कृतिक विरासत का अर्थ क्या है आईये जानते हैं। सबसे पहले शब्दों के अर्थ पर एक नज़र डालिये " विरासत " एक संपत्ति है जो प…
वर दे, वीणावादिनी वर दे। भारत में भर दे! काट अन्ध उर के बन्धन स्तर बहा जननि, ज्योतिर्मय निरक्षर कलुष-भेद, तम हर प्रकाश भर जगमग जग कर दे! प्रिय स्वतन्त्र - रव अमृत मन्त्र नव सन्दर्भ: प्रस्तुत पद्य…
वे शब्द होते है जिसका अर्थ सामान या एक जैसे होते है। उदहारण : सूर्य के लिए प्रयोग किये जाने वाले शब्द सूर्य, दिनकर, भानु, सूरज आदि है। अर्थात किसी शब्द-विशेष के लिए प्रयुक्त समानार्थक शब्दों क…