राष्ट्रीय उद्यान भूमि का वह क्षेत्र है जो किसी देश की सरकार द्वारा संरक्षित होता है। राष्ट्रीय उद्यानों का उद्देश्य पारिस्थितिक तंत्र, वन्य जीवन और सांस्कृतिक विरासत स्थलों को संरक्षित करना है।
संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, भारत, दक्षिण अफ्रीका और कई अन्य दुनिया भर के कई देशों ने राष्ट्रीय उद्यान स्थापित किए हैं। ये उद्यान आकार में भिन्न हैं।
इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान कहां स्थित है
इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ राज्य के बीजापुर जिले में स्थित है। इसका नाम पास की इंद्रावती नदी के नाम पर पड़ा है। यह दुर्लभ जंगली भैंसों का घर है। इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ का सबसे प्रसिद्ध वन्यजीव राष्ट्रीय उद्यान है। इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान को कुटरू राष्ट्रीय उद्यान के नाम से भी जाना जाता है।
इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान लगभग 2799 किमी के क्षेत्रफल में फैला हुआ हैं। इस उद्यान को 1981 में राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा प्राप्त हुआ था। इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान 1983 से भारत का सबसे प्रसिद्ध बाघ अभयारण्यों में से एक बन गया हैं। यह राष्ट्रीय उद्यान समुद्र तल से 599 मीटर के बीच की ऊंचाई पर स्थित हैं।
जलवायु
इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान की वनस्पति मुख्य रूप से उष्णकटिबंधीय नम और शुष्क पर्णपाती किस्म की है जिसमें बांस, साल और सागौन पेड़ों की प्रधानता है। विशाल घास के मैदान जंगली भैंस, चीतल, भौंकने वाले हिरण, नीलगाय और गौर जैसे बड़े शाकाहारी जीवों को भरपूर भोजन प्रदान करते हैं। पार्क में सबसे आम पेड़ सागौन, लेंदिया, सलाई, महुआ, तेंदू, सेमल, हल्दू, बेर और जामुन हैं।
जंगली जानवर
इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान लुप्तप्राय जंगली भैंसों का घर है। इस राष्ट्रीय उद्यान में कई अनगिनत प्रजातिया भी रहती है। जिसमे गौर, नीलगाय, ब्लैकबक, चौसिंघा, सांभर, चीतल, भारतीय मंटजैक, भारतीय चित्तीदार शेवरोटेन और जंगली सूअर शामिल हैं।
बड़े शिकारियों में बाघ, तेंदुआ, भालू, जंगली कुत्ता और धारीदार लकड़बग्घा शामिल है। छोटे स्तनधारियों में उड़ने वाली गिलहरी, साही, पैंगोलिन, रीसस बंदर और लंगूर शामिल हैं। पार्क में आमतौर पर मीठे पानी के मगरमच्छ, छिपकली, भारतीय गिरगिट, करैत, अजगर, कोबरा और रसेल वाइपर पाए जाते हैं। यह उद्यान बड़ी संख्या में पक्षियों को आश्रय देता है जिनमें से पहाड़ी मैना सबसे महत्वपूर्ण है।
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परिवहन मार्ग
जगदलपुर से इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान आसानी से पहुँचा जा सकता है। कुटरू गांव इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान प्रवेश द्वार हैं। जो जगदलपुर-भोपालपट्टनम रोड के 22 किमी की दूरी पर स्थित है। रायपुर का हवाई अड्डा से यह राष्ट्रीय उद्यान 486 किमी दूर पर है।