Hi friends आप सभी ने सपनों के बारे में तो जरूर सुना होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि सपना क्या होता है अगर नहीं तो आप बिल्कुल सही जगह आए हैं आज मैं इसी के बारे में चर्चा करने वाला हूं सपना का मतलब क्या होता है और हमें सपने क्यों आते हैं ।
और हमें ऐसा अनुभव होता है कि वहां घटना हमारे साथ ही हो रहा है और वहां सही में हो रहा है।
लेकिन ऐसा नहीं होता है वह सिर्फ कल्पना मात्र होता है जो कि काल्पनिक होता है। लेकिन ज्योतिष शास्त्र में इसके अनेक अर्थ होते हैं जब आप सपने में कुछ देखते हैं तो उसके अलग-अलग मतलब होते हैं जैसे कि आप जब कोई वस्तु देखते हैं या किसी को कार्य करते हुए देखते हैं या किसी मरे हुए व्यक्ति को देखते हैं तो इसके अलग-अलग अर्थ निकलते हैं ज्योतिष शास्त्र में इसके बहुत से उदाहरण आपको देखने को मिल जाएंगे।
हमारा जो दिमाग है वह कभी भी शांत नहीं रहता है जब हम सो जाते हैं तब भी हमारे दिमाग में कुछ ना कुछ चलता रहता है जिसके कारण हमें सपना आते हैं और हम उसे रियल में हो रहा है ऐसे सोचते हैं।
आपने कई बार अनुभव किया होगा कि अगर आप सपने में रो रहे होते हैं तो आप रियल में रोने लग जाते हैं और सही में आपके आंसू निकल रहे होते हैं।
इंटरनेट पर जब आप सर्च मारेंगे कि सपनों का मतलब क्या होता है तो आपको बहुत सारे ऐसे ब्लॉग मिल जाएंगे जिसने आपको सपनों के बारे में बताया गया होगा और ऐसे बहुत से सपने होंगे जो आपने देखे हैं वह उसमें कंटेंट से मिलते जुलते होंगे तो इसके लिए आपने ब्लॉक को पढ़ सकते हैं।
उसी से संबंधित स्वप्न हमें आते हैं और जो स्वप्न हमें आते हैं वह हमारे दैनिक जीवन में किसी न किसी प्रकार से घटित हो चुके होते हैं या हम जो सपने में देखते हैं उसे हम पहले ही या उस चेहरे को हम पहले ही कहीं ना कहीं देख चुके होते हैं।
सपने में कभी भी हम अपने आप कोई नया चेहरा नहीं बना सकते हैं और यहां जो यहां पर जो चेहरा दिखाई देते हैं वहां पहले हम देख चुके होते हैं या हम पहले सो चुके होते हैं उसी को हम सपने में देखते हैं।
Conclusion
मेरे हिसाब से सपनों का कोई अर्थ नहीं होता है और ना ही इसका कोई मतलब होता है यहां हमारे दिमाग का ही रचाया हुआ एक जाल होता है जो हमें उलझाने की कोशिश करता है।
किसी भी प्रकार के कार्य जिसे हम नहीं कर पाते हैं उसे हम सपने में करने की कोशिश करते हैं।
सपने क्या होते हैं?
सपने इंसानों द्वारा ही नहीं बल्कि अन्य प्राणियों द्वारा भी देखे जाते हैं। सपना एक प्रकार से जब मनुष्य गहरी निद्रा में होता है तब उस समय हमारा दिमाग ऐसी चीजों में खो जाता है जो सिर्फ कल्पना मात्र होता है जो कि वास्तविक नहीं होता है।और हमें ऐसा अनुभव होता है कि वहां घटना हमारे साथ ही हो रहा है और वहां सही में हो रहा है।
लेकिन ऐसा नहीं होता है वह सिर्फ कल्पना मात्र होता है जो कि काल्पनिक होता है। लेकिन ज्योतिष शास्त्र में इसके अनेक अर्थ होते हैं जब आप सपने में कुछ देखते हैं तो उसके अलग-अलग मतलब होते हैं जैसे कि आप जब कोई वस्तु देखते हैं या किसी को कार्य करते हुए देखते हैं या किसी मरे हुए व्यक्ति को देखते हैं तो इसके अलग-अलग अर्थ निकलते हैं ज्योतिष शास्त्र में इसके बहुत से उदाहरण आपको देखने को मिल जाएंगे।
हमारा जो दिमाग है वह कभी भी शांत नहीं रहता है जब हम सो जाते हैं तब भी हमारे दिमाग में कुछ ना कुछ चलता रहता है जिसके कारण हमें सपना आते हैं और हम उसे रियल में हो रहा है ऐसे सोचते हैं।
आपने कई बार अनुभव किया होगा कि अगर आप सपने में रो रहे होते हैं तो आप रियल में रोने लग जाते हैं और सही में आपके आंसू निकल रहे होते हैं।
Sapno ka matlab
सपनों के मतलब की बात करें तो यहां पर सपनों के मतलब से ज्योतिष शास्त्र से जुड़ा हुआ है क्योंकि ज्योतिष शास्त्र में जब आप सपने देखते हैं तो उसके अलग-अलग अर्थ वहां पर निकलते हैं तो इसका मतलब यह हुआ कि अगर आप कोई सपना देखते हैं या कुछ सपने देखते हैं तो उसके अलग अर्थ निकालकर आपको ज्योतिष शास्त्र के माध्यम से बताया जाता है और इसी संबंध में लाल किताब जैसे कई पुस्तकें आपको पढ़ने को मिल जाएंगे।इंटरनेट पर जब आप सर्च मारेंगे कि सपनों का मतलब क्या होता है तो आपको बहुत सारे ऐसे ब्लॉग मिल जाएंगे जिसने आपको सपनों के बारे में बताया गया होगा और ऐसे बहुत से सपने होंगे जो आपने देखे हैं वह उसमें कंटेंट से मिलते जुलते होंगे तो इसके लिए आपने ब्लॉक को पढ़ सकते हैं।
सपने क्यों आते हैं?
अगर हम सपनों के आने की बात करें तो यहां पूर्ण रूप से हमारे दिमाग द्वारा यह हमारे मस्तिष्क के द्वारा एक प्रकार का भ्रम होता है। जो कि किसी कार्य के पूर्णा होने या अधूरे होने पर या जब हम किसी कार्य को सोते वक्त सोच रहे होते हैंउसी से संबंधित स्वप्न हमें आते हैं और जो स्वप्न हमें आते हैं वह हमारे दैनिक जीवन में किसी न किसी प्रकार से घटित हो चुके होते हैं या हम जो सपने में देखते हैं उसे हम पहले ही या उस चेहरे को हम पहले ही कहीं ना कहीं देख चुके होते हैं।
सपने में कभी भी हम अपने आप कोई नया चेहरा नहीं बना सकते हैं और यहां जो यहां पर जो चेहरा दिखाई देते हैं वहां पहले हम देख चुके होते हैं या हम पहले सो चुके होते हैं उसी को हम सपने में देखते हैं।
Conclusion
मेरे हिसाब से सपनों का कोई अर्थ नहीं होता है और ना ही इसका कोई मतलब होता है यहां हमारे दिमाग का ही रचाया हुआ एक जाल होता है जो हमें उलझाने की कोशिश करता है।
किसी भी प्रकार के कार्य जिसे हम नहीं कर पाते हैं उसे हम सपने में करने की कोशिश करते हैं।