ट्रेक्टर काम कैसे करता है ?
आओ जाने ट्रेक्टर के बारे मे कुछ बाते ......सबसे पहले तो मैं आप सभी को बताना चाहूँगा, की मैं उतना जादा ट्रेक्टर के बारे मे बताने की कोसिस करूँगा जितना हो सकता है ।
सबसे पहले ट्रेक्टर के मुख्य भाग के बारे मे जाने.....
जो निम्न है-
1. इंजन ?
2. पहिये ?
3.उसकी बनावट ?
4. उसका HP कितना है ?
जब हम ट्रेक्टर को चालू करते है, तो ट्रेक्टर मे लगे स्विच के माध्यम से करेंट उसके डायनमो तक जाता है, और डायनमो पिस्टन को ऊपर नीचे करने लगता है ।
जिसके कारण पिस्टन कक्ष मे दबाव उत्पन्न होता है । साथ ही साथ हिटर प्लग भी गर्म हो जाता है ।
अब ठीक उसी समय पिस्टन कक्ष मे जब पिस्टन नीचे होता है ,डीजल का छिड़काव होता है और आग लग जाती है ।
जिसके कारण धुँआ उत्तपनन होता है । और वह बाहर निकलने की कोसिस करता है जिसके कारण वह पिस्टन पर दबाव डालता है तथा पिस्टन ऊपर जाने लगता है पिस्टन के क्रेंक साफ्ट से जुडे होने के कारन क्रेंक साफ्ट घुमने लगता है ।
जो की गेयर से जुडा होता हैं जिसको आवश्यकतानुसार बदल सकते हैं ।
अब गेयर बदल कर जितनी स्पिड चाहें भगा सक्ते हैं ।
स्पिड कम जादा करने के लिये गेयर के साथ एक्सीलेटर को भी कम जादा करना पडता है.
इसके गर्म होने को कम करने के लिये रेडियेटर लगा होता है ।
रेडियेटर इन्जन मे लगे फैन बेल्ट मे लगे फैन के माध्यम से ठण्डा होता है जिससे अल्टिनेटर घुमाता है ।
अल्टिनेटर के घुमने से करेंट बनता है और बैटरी चार्ज होता है ।
यानि की अल्टिनेटर ट्रेक्टर स्टार्ट होने के समय क्रेंक साफ्ट को घुमाने तथा चालु होने के बाद करेंट बनाने का काम करता है ।
ये तो थी चालू होने तक की कहानी?
अब इंजन से पहियो तक घुमाव को पहुंचाने के लिए बिच मे कल्च प्लेट लगा होता है ।
जिसको जब चाहे अलग कर सकते है स्पिड बढाने के लिए ।
मुख्य बात यह है की आप ट्रेक्टर को समझने के लिये उसको चला कर देखे ।
*चलाते समय यह ध्यान रखें की कोई सामने ना हो । और क्लच से पैर धिरे से हटाएं ।
और रूकने के लिए क्लच और ब्रेक साथ मे दबाये ।
उम्मीद है इस्से कुछ जानने को मिला होगा ।
आप हमारे साथ जानकारी साझा कर सकते है ।