हीमोग्लोबिन और मायोग्लोबिन में अंतर
सबसे पहले हीमोग्लोबिन और मायोग्लोबिन के बारे में बेसिक जानकारी को जान लेना चाहिए क्योंकि जब तक आप किसी भी चीज के बेसिक जानकारी के बारे में नहीं जानेंगे तो हमें आगे का समझ नही आएगा तो आओ जानते हैं उन बेसिक जानकारियों के बारे में।
हीमोग्लोबिन और मायोग्लोबिन एक प्रकार के हिम प्रोटीन हैं। अब ये हीम प्रोटीन क्या है ? हीम एक धातु पोरफायरीन संकुल है , जो की विभिन्न प्रोटीन अणुओं के साथ संलग्न रहता है। इस प्रकार हीम अणु युक्त प्रोटीन कहते हैं। इसके और दो उदाहरण है 1. साइटोक्रोम्स 2. एन्ज़ाइम- केटालेज व परॉक्सीड़ेज।
हीमोग्लोबिन और मायोग्लोबिन एक प्रकार के हिम प्रोटीन हैं। अब ये हीम प्रोटीन क्या है ? हीम एक धातु पोरफायरीन संकुल है , जो की विभिन्न प्रोटीन अणुओं के साथ संलग्न रहता है। इस प्रकार हीम अणु युक्त प्रोटीन कहते हैं। इसके और दो उदाहरण है 1. साइटोक्रोम्स 2. एन्ज़ाइम- केटालेज व परॉक्सीड़ेज।
- 1 . सबसे पहला अंतर ये है की, हीमोग्लोबिन में चार हीम समूह तथा चार प्रोटीन श्रृंखला पायी जाती है।और मायोग्लोबिन में एक ही हीम समूह तथा एक प्रोटीन श्रृंखला पायी जाती है।
- 2. हीमोग्लोबिन का अणुभार लगभग 64500 होता है। जबकि मायोग्लोबिन का अणुभार लगभग 17000 होता है।
- 3. हीमोग्लोबिन की ऑक्सीजन के प्रति बन्धुता घट जाती है कम PH होने पर। जबकि कम PH पर मायोग्लोबिन की ऑक्सीजन के प्रति बन्धुता नहीं घटती है।
- 4. हीमोग्लोबिन कम दाब में ऑक्सीजन को मुक्त कर देता है। और मायोग्लोबिन कम दाब पर ऑक्सीजन को ग्रहण करता है।
- 5. हीमोग्लोबिन में ऑक्सीजन बन्धन क्षमता परिवर्तनशील होती है। मायोग्लोबिन की ऑक्सीजन बन्धन क्षमता सरल होती है।
- 6. हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन को प्रबलता से बन्धित रखता है। मायोग्लोबिन, हीमोग्लोबिन की तुलना में अधिक प्रबलता से ऑक्सीजन को बन्धित रखता है।
तो दोस्तों ये तो थे मेरे द्वारा दि गयी जानकारी अगर आपके पास इसी प्रकार की जानकारी हो तो कॉमेंट बॉक्स में लिखें।